Class 12 Biology Chapter 1 Subjective Questions- अध्याय एक जीवो में जनन, 2024 बोर्ड परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण Subjective प्रश्न

Class 12 Biology Chapter 1 Subjective Questions

Class 12 Biology Chapter 1 Subjective Questions- यदि आपको 2024 बोर्ड परीक्षा देने वाले हैं तो आप सभी के लिए आज का यह लेख बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि आज के इस लेख में आप सभी 12वीं छात्राओं को अध्याय एक के महत्वपूर्ण दीर्घ उत्तरीय प्रश्न और उसके उत्तर को बताने जा रहे हैं जिन प्रश्नों के बारे में जानकर आप बोर्ड परीक्षा में इस अध्याय से अच्छे अंक प्राप्त कर सकते हैं इसलिए आप सभी इस प्रश्न उत्तर के बारे में निश्चित रूप से जाने और पूरी तरह से इन क्वेश्चन प्रश्न उत्तर को याद कर लें !

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Biology Chapter 1 MVVI Subjective Questions

1. मोनोकार्पिक फलों की सोदाहरण परिभाषा दीजिए।

उत्तर – इसके अंतर्गत वैसे पौधे आते हैं जो अपने जीवन काल में सिर्फ एक ही बार पुष्प उत्पन्न करते हैं और उसे एक ही बोल फल भी उत्पन्न करते हैं उसके बाद वह मृत्यु हो जाते हैं।     दाहरण-गेहूँ, चावल, मूली तथा गाजर। Class 12 Biology Chapter 1 Subjective Questions

2. अलैगिक जनन द्वारा उत्पन्न हुई सन्तति को क्लोन क्यों कहा गया है ?

उत्तर – अलैंगिक जनन से उत्पन्न संतति को क्लोन या एकपूंजक इसलिए कहे जाते हैं क्योंकि अलैंगिक जनन के द्वारा जो संतति उत्पन्न होते हैं, वह अनुवांशिक और आकारकी रूप से अपने जनक के समान होते हैं

3. लैगिक जनन के परिणामस्वरूप बनी सन्तति के जीवित रहने के अच्छे अवसर होते हैं। क्यों ? क्या यह कथन हर समय सही होता है ?

उत्तर – लैंगिक जनन के दौरान गुणसूत्रों का विनिमय होने से आनुवंशिक विभिन्नताएँ उत्पन्न होती हैं। जो जनक से सन्तति में आदान-प्रदान होती हैं। निषेचन के कारण नये तथा बेहतर गुणों वाले सन्तति का जन्म होता है।

साथ साथ यह कथन हमेशा सत्य नहीं होता है क्योंकि अगर कोई जनक रोगग्रस्त होते हैं तो उनके पीढ़ी में भी वह रोग स्थानांतरित हो जाते हैं जिससे उत्पन्न संतति में रोग देखने को मिलते हैं। Class 12 Biology Chapter 1 Subjective Questions

5. अलैगिक जनन द्वारा बनी सन्तति लैगिक जनन द्वारा बनी सन्तति से किस प्रकार से भिन्न है?

उत्तर – अलैंगिक जनन द्वारा उत्पन्न सन्तान आनुवंशिक व संरचनात्मक रूप से जनक के समान होती है जिसे हम लोग क्लोन कहते हैं। इसके विपरीत लैंगिक जनन द्वारा उत्पन्न सन्तान आनुवंशिक रूप से जनक से भिन्न होती है। क्योंकि लैंगिक जनन में युग्मकों का स्थानांतरण होता है !

6. जीवों में अलैंगिक जनन के बारे में संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।

उत्तर – प्रजनन की वह विधि जिसमें दो जीवों अथवा जनन कोशिकाओं (Reproductive cells) का संयोग या संलयन (fusion) हुए बिना ही कोई जीव अपने ही समान जीवों को उत्पन्न कर देता है, अलैंगिक प्रजनन (Asexual reproduction) कहलाती है। यह प्रजनन केवल निम्न श्रेणी के जीवों में पाया जाता है। इस प्रकार उत्पन्न सन्तानें (Offsprings) आकारिकीय रूप से (Morphologically) एवं आनुवंशिकीय रूप से (Genetically) अपने जनक से समानता बनाए रखते हैं। उदाहरण – द्वि विखण्डन, मुकुलन आदि।

 

7. मुकुलन पर टिप्पणी लिखिए।

उत्तर –

मुकुलन (Budding) – यह अलैंगिक जनन की एक ऐसी विधि है जिस विधि के माध्यम से कोशिका में बाह्य वृद्धि होकर एक या एक-से-अधिक छोटी रचनाएँ बनाता हैं तथा केन्द्रक सूत्री-विभाजन (mitosis) द्वारा विभाजित होकर दो भागों में बँट जाता है। जिसे मुकुलन जनन कहते हैं. ऐसी क्रिया यीस्ट (Yeast) एवं कुछ जीवाणुओं में पाया जाता है। वैज्ञानिकों ने बताया कि केन्द्रक का यह विभाजन असूत्री विभाजन या अमाइटोसिस (amitosis) प्रकार का होता है। Class 12 Biology Chapter 1 Subjective Questions

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8. जीवों के लिए जनन क्यों अनिवार्य है?

उत्तर – जीवो के लिए जनन अनिवार्य इसलिए है क्योंकि अगर जीव जनन की क्रिया नहीं करेंगे तो वह अपनी जाति की संख्या में बढ़ोतरी नहीं कर पाएंगे और उनकी जाति वही खत्म हो जाएगी इसीलिए उन पीढ़ी को बनाए रखने के लिए जीव जनन की क्रिया करते हैं जिससे आगे संतति उत्पन्न हो और अनसत्ताती से संतति का निर्माण हो जिससे इसी प्रकार निरंतरता जाति की संख्या में बनी रहे और उन जाती का अस्तित्व रहे ! यह एक अति आवश्यक जैविक प्रक्रिया है।

जिसके द्वारा न सिर्फ जीवों की उत्तरजीविता में मदद मिलती है बल्कि इससे जीव-जाति की निरन्तरता भी बनी रहती है। प्राकृतिक मृत्यु, वयता वे जीर्णता के कारण होने वाले जीव ह्रास की आपूर्ति, जनन द्वारा ही होती है। जनन से जीवों की संख्या बढ़ती है। जनन एक ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा लाभदायक विभिन्नताएँ एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक स्थानान्तरित होती हैं। अत: जनन जैव विकास में भी सहायक होता है। इन समस्त कारणों के आधार पर कहा जा सकता है कि जनन जीवों के लिए अनिवार्य है। Class 12 Biology Chapter 1 Subjective Questions

 

9. राइबोसोम पर टिप्पणी लिखें।

उत्तर – राइबोसोम : राइबोसोम सजीव कोशिका के कोशिका द्रव में स्थित बहुत ही सूक्ष्म कण हैं। जिनकी प्रोटीनों के संश्लेषण में महत्वपूर्ण भूमिका है। ये आनुवंशिक पदार्थों के संकेतों को प्रोटीन श्रृंखला में परिवर्तित करते हैं। ये endoplasmic recticulum के ऊपरी सतह पर पाया जाता है। इसके अलावे ये mitochondria तथा chloroplast में भी पाया जाता है। 

Ribosome एक संदेशवाहक RNA के साथ जुड़ा रहता है जिसमें विशेष प्रोटीन के निर्माण के लिए आवश्यक अमीनों अम्ल को सही क्रमानुसार लगाने का संदेश रहता है। अमीनों अम्ल . संदेशवाहक RNA के साथ संलग्न रहता है। इस प्रकार Ribosome प्रोटीन संश्लेषण में मदद करता है। तथा Lipid के आपचयी क्रियाओं में भी सहायता करता है।

 

10. कायिक प्रवर्धन से आप क्या समझते हैं ? कोई दो उपयुक्त उदाहरण दो।

उत्तर – कायिक प्रवर्धन जनन की ऐसी विधि है जिसमें पौधे के शरीर का कोई भी कायिक भाग (जैसे- जड़, तना, पत्ती, कलिका आदि) से नये पौधे उत्पन्न होते है। कायिक प्रवर्धन के दो उदाहरण निम्न हैं –

i. अजूबा (Bryophyllum) के पौधे में पत्तियों के किनारों से पादपकाय उत्पन्न होते हैं जो मातृ पौधे से अलग होकर नये पौधे को जन्म देते हैं।

ii. आलू के कन्द में उपस्थित पर्वसन्धियाँ (nodes) कायिक प्रवर्धन में सहायक होती हैं। पर्वसन्धियों में कलिकाएँ स्थित होती हैं तथा प्रत्येक कलिको नये पौधे को जन्म देती है। 

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11. व्याख्या कीजिए –(क) किशोर चरण(ख) प्रजनक चरण(ग) जीर्णता चरण या जीर्णावस्था।

उत्तर –

(क) किशोर चरण (Juvenile phase) – सभी जीवधारी लैंगिक रूप से परिपक्व होने से पूर्व एक निश्चित अवस्था से होकर गुजरते हैं, इसके पश्चात् ही वे लैंगिक जनन कर सकते हैं। इस अवस्था को प्राणियों में किशोर चरण यो अवस्था तथा पौधों में कायिक अवस्था (vegetative phase) कहते हैं। इसकी अवधि विभिन्न जीवों में भिन्न-भिन्न होती है।

(ख) प्रजनक चरण (Reproductive phase) – किशोरावस्था अथवा कायिक प्रावस्था के समाप्त होने पर प्रजनक चरण अथवा जनन प्रावस्था प्रारम्भ होती है। पौधों में इस अवस्था को स्पष्ट पहचाना जा सकता है। क्योंकि पौधों में पुष्पन (flowering) प्रारम्भ हो जाता है। प्राणियों में भी अनेक शारीरिकी एवं आकारिकी परिवर्तन आ जाते हैं। इस चरण में जीव संतति उत्पन्न करनेयोग्य हो जाता है। यह अवस्था विभिन्न जीवों में अलग-अलग होती है।

(ग) जीर्णता चरण या जीर्णावस्था (Senescent phase) – यह जीवन चक्र की अन्तिम अवस्था अथवा तीसरी अवस्था होती है। प्रजनन आयु की समाप्ति को जीर्णता चरण या जीर्णावस्था की प्रारम्भिक अवस्था माना जा सकता है। इस चरण में उपापचय क्रियाएँ मन्द होने लगती हैं, ऊतकों का क्षय होने लगता है तथा शरीर के अंग धीरे-धीरे कार्य करना बन्द कर देते हैं और अन्ततः जीव की मृत्यु हो जाती है। इसे वृद्धावस्था भी कहते हैं।

 

12. टिप्पणी लिखिए-ब्रायोफाइट्स में वर्षी प्रजनन।

उत्तर – ब्रायोफाइट्स के युग्मकोभिद् में अनेक प्रकार का वर्षी प्रजनन होता है। उदाहरणार्थ – विखण्डन, जेमा, कन्दे, पुंतन्तु, पत्र-प्रकलिका द्वारा। विखण्डन विधि में बहुकोशिकीय जनक पौधे का शरीर दो या दो से अधिक टुकड़ों में विखण्डित हो जाता है तथा प्रत्येक टुकड़ा पुनरुद्भवन द्वारा एक नई वयस्क सन्तति में विकसित हो जाता है। कभी-कभी पौधे की पत्ती व तने के अग्र भाग पर बहुकोशिकीय एवं हरे रंग की रचनाएँ निकलती हैं, जिन्हें जेम्यूल कहते हैं।

ये अलग होकर अंकुरण द्वारा नये पौधे को जन्म देती हैं। पौधों के कन्द तथा पुंतन्तु भी नये पौधों को जन्म देते हैं। ब्रायोफाइट्स में पत्र-प्रकलिकाओं द्वारा भी वर्दी प्रजनन होता है। वे कलिकाएँ जिनमें खाद्य-पदार्थ संचित रहता है, पत्र-प्रकलिकाएँ कहलाती हैं। ये कलिकाएँ मातृ पौधे से टूटकर भूमि पर गिर जाती हैं। तथा अनुकूल मौसम में इनमें अपस्थानिक जड़े निकल आती हैं जो भूमि से जल एवं खनिज लवणों का अवशोषण करती हैं तथा प्रकलिकाएँ वृद्धि करके नवीन पौधे बनाती हैं। Class 12 Biology Chapter 1 Subjective Questions

 

13. वार्षिक और बारहमासी पौधों में से किसकी किशोर अवधि कम होती है? व्याख्या करना।

Ans-  एक वार्षिक पौधे का पूरा जीवन चक्र एक वर्ष में पूरा करना होता है जो बारहमासी पौधों की तुलना में छोटा होता है। इसलिए, इसकी किशोर अवधि छोटी होती है।

14. निम्नलिखित घटनाओं को उस क्रम में पुनर्व्यवस्थित करें जिसमें वे फूलों के पौधों के यौन प्रजनन में घटित होती हैं: भ्रूणजनन, निषेचन, युग्मकजनन, परागण।

Ans- परागण , युग्मकजनन, निषेचन, भ्रूणजनन। Class 12 Biology Chapter 1 Subjective Questions

15. ऐसा कैसे है कि किसी पौधे के स्वपरागित उभयलिंगी फूल में फल लगने की संभावना एक द्विलिंगी पौधे की तुलना में कहीं अधिक होती है?

Ans- उभयलिंगी फूल में परागकोश और वर्तिकाग्र एक दूसरे के निकट स्थित होते हैं। इस प्रकार, परागकणों का वर्तिकाग्र पर स्थानांतरण द्विअर्थी पौधों की तुलना में आसान होता है। हालाँकि, एक द्विअर्थी पौधे में, परागण के लिए एक परागणक आवश्यक है। इसलिए, स्वपरागित उभयलिंगी फूल में फल लगने की संभावना द्विलिंगी पौधे की तुलना में कहीं अधिक होती है। Class 12 Biology Chapter 1 Subjective Questions

 

सारांश

आज इस लेख (Class 12 Biology Chapter 1 Subjective Questions) में आप सभी को कक्षा बारहवीं जीव विज्ञान अध्याय 1 के महत्वपूर्ण दीर्घ उत्तरीय प्रश्न उत्तर को बताएं, यदि आप इसी तरह के लेख को पढ़ना चाहते हैं तो आप इस वेबसाइट (Hindresult.in) को रोजाना विजिट जरूर करें,

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